आपणी योजना की पेयजल आपूर्ति बंद-सारा दारोमदार पीएचईडी पर-जिलेभर में पानी की भयंकर किल्लत-आमजन
चूरू , 2 जून। गत तीन दिन से जलदाय महकमा चूरू शहरवासियों को आवश्यकता की तुलना में आधा गिलास पानी उपलब्ध करवा रहा है। यह हालात अंधड़ के कारण दो विद्युत टावर गिर जाने से आपणी योजना के कर्मसाना पम्ंिपग स्टेशन पर जल शुद्धिकरण ठप हो जाने से पैदा हुए हैं। अगले एक-दो दिन में हालात सुधरने के भी आसार नहीं हैं। घरों में घड़े रीते पड़े हैं। कंठ सूखने लगे हैं। लोगों को पानी मोल मंगा कर गले तर करने पड़ रहे हैं। चूरू शहरवासियों को रोजाना 16 हजार किलो लीटर पानी की आवश्यकता है मगर विभाग के पास साठे आठ हजार किलो लीटर पानी से एक भी बूंद पानी अधिक नहीं है। यह साठे आठ हजार किलोलीटर पानी भी विभाग को अपने 98 स्थानीय कुओं और टयूबवैलों से प्राप्त हो रहा है। आपणी योजना की पेयजल आपूर्ति तीन दिन से बंद है। ऐसे में शहरवासियों को भयंकर पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। लोगों की प्यास बुझाने के लिए विभाग की ओर से शहर में तीन टैंकर २४ घंटे दौड़ाए जा रहे हैं जो कि क्षेत्रफल और आवश्यकता की तुलना में ऊंट के मूंह में जीरा समान है। शहरवासियों के हलक पूरी तरह से तर नहीं हो पा रहे हैं।
खाली हो गई टंकियां
फिलहाल आपणी योजना और पीएचईडी की पेयजल टंकियां खाली हो गई है। पीएचईडी के जलस्त्रोतों से पानी उपलब्ध होने के साथ-साथ ही सप्लाई किया जा रहा है। विभाग का दावा है कि शहर के सभी वार्डों में थोड़ा-थोड़ा पानी छोड़ा जा रहा है जबकि हकीकत कुछ अलग है। कई वार्डों को तीन दिन से पानी नहीं मिल रहा है।
अंधड़ कोढ़ में खाज
गर्मियों में आपणी योजना और पीएचईडी मिलकर भी शहरवासियों को पूरा पानी उपलब्ध नहीं करवा पा रहे थे। ऐसे में आपणी योजना की पेयजल आपूर्ति ठप होना विभाग के लिए कोढ़ में खाज साबित हुआ है।
गरीबों के कैसे हों हलक तर
पेयजल किल्लत से गरीब तबका बेहद परेशान है। हालांकि विभाग टैंकरों से पानी की सप्लाई कर समस्या का समाधान करने दावा कर रहा है मगर प्रति टैंकर के दो सौ 21 रुपए देना गरीबों के बस की बात नहीं है। यह राशि क्षेत्रवासियों को सामूहिक एकत्र कर चुकानी होती है। हैसियत वाले ही पूरा टैंकर स्वयं मंगा रहे हैं।
---आपणी योजना की पेयजल आपूर्ति बंद है। विभाग के स्थानीय जलस्त्रोतों से काम चलाया जा रहा है। शहर में कहीं भी पेयजल आपूर्ति बंद नहीं है। थोड़ा-थोड़ा पानी सभी इलाकों में दिया जा रहा है। इसके अलावा शहर में तीन टैंकर भी 24 घंटे उपलब्ध हैं।-पीएल वर्मा, एक्सईएन, पीएचईडी, चूरू
प्रस्तुतकर्ता विश्वनाथ सैनी
प्रस्तुतकर्ता विश्वनाथ सैनी
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