Wednesday, May 12, 2010

दवा खरीद में नियम हवा

चूरू सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार की दवा की दुकानों पर दवाइयो की आड में भ्रष्टाचार की बेल पनप रही है। जिला प्रशासन की ओर से गठित एक विशेष कमेटी की जांच में यह खुलासा हुआ है। जिले में होलसेल भण्डार की 11 दुकानों के लिए प्रतिवर्ष करोडों रूपए की दवाइयां बिना किसी निविदा प्रक्रिया अपनाएं खरीदी जा रही हैं।
वित्तीय वर्ष 2009-10 में दो करोड 13 लाख 73 हजार रूपए की दवाइयां बिना निविदा के खरीदी गई हैं। इनमें साठ से सत्तर फीसदी दवाइयां ब्रांडेड हैं, जो जेनरिक दवा के मुकाबले दो-तीन गुना अघिक महंगी होती हैं। जबकि होलसेल भण्डार की दुकानों पर अघिक से अघिक जेनरिक दवाइयां ही होनी चाहिए, ताकि रोगियों को सस्ती दर पर दवाइयां उपलब्ध हो सके।
यूं हुआ खुलासा
दस दिन पूर्व जिला कलक्टर डा. केके पाठक ने राजकीय भरतीया अस्पताल स्थित उपभोक्ता होलसेल भण्डार के तीन नम्बर मेडिकल स्टोर का औचक निरीक्षण किया तो वहां जेनरिक के स्थान पर ब्रांडेड दवाइयां बिकती मिली। इस पर पाठक ने उपखण्ड अघिकारी उम्मेद सिंह, माध्यमिक शिक्षा उपनिदेशक कार्यालय के एएओ देवीदत्त पारीक, राजकीय भरतीया अस्पताल के कनिष्ठ लेखाकार रतनलाल सैनी, डा. बीएल नायक तथा कोषाघिकारी अंजू गोयल की एक कमेटी गठित कर मामले की जांच करवाई। फिलहाल कमेटी वर्ष 2009-10 में खरीदी गई दवाओं के नाम, दर, मात्रा समेत अन्य बिन्दुओं की जांच कर रही है।
प्रदेश भर में गडबडझाला
निरीक्षण के बाद होलसेल भण्डार ने कारण बताओ नोटिस के जवाब में माना कि दवा की खरीद में गडबडझाला चूरू ही नहीं बल्कि प्रदेश भर में हो रहा है। दवा खरीदने में कहीं पर भी निविदाएं आमंत्रित नहीं की जाती। प्रदेश में होलसेल भण्डार की दवा की करीब 520 दुकानें हैं। गत वित्तीय वर्ष के दौरान पडोसी जिले सीकर में एक करोड 75 लाख तथा झुंझुनूं में 2 करोड 4 लाख 82 हजार रूपए की दवाइयां इसी तरह से खरीदी गई हैं।
-----
चिकित्सक ब्रांड बदल-बदल कर दवाइयां लिखते हैं। इसलिए निविदा प्रक्रिया संभव नहीं है। जेनरिक दवाइयों की मांग काफी कम है। प्रशासन के निर्देश पर अब निविदा प्रक्रिया शुरू करने तथा जेनरिक दवाओं की मात्रा बढाने की तैयारी कर रहे हैं।
-रामावतार स्वामी,
अघिशासी अघिकारी (कार्यवाहक),
सहकारी उपभोक्त होलसेल भण्डार, चूरू
भण्डार की दुकानों पर बडे पैमाने पर अनियमितताएं हैं। यह सब मिलीभगत से हो रहा है। प्रारम्भिक जांच में गत वित्तीय वर्ष के दौरान दो करोड से अघिक की दवा बिना निविदा के खरीदने की जानकारी मिली है। कमेटी से मामले की विस्तृत जांच करवा रहे हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। -डा. केके पाठक, जिला कलक्टर, चूरू

No comments:

Post a Comment